The Power of Habit-An Inspirational Book by Charles Duhigg in English, Hindi, and ,Kannada |
Power of Habit!
Why We Do What We Do, and How to Change?
In English and Hindi.
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This book will take you to the edge of scientific discoveries that explain why habits exist and how they can be changed. This book brings to life a whole new understanding of human nature and its potential for transformation. It shows, by harnessing this science, we can transform our businesses, our communities, and our lives.
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द पावर ऑफ हॅबिट के जरिए न्यूयॉर्क टाइम्स के पुरस्कार विजेता बिजनेस रिपोर्टर चार्ल्स डुहिग हमें आदतों के वैज्ञानिक अध्ययन की एक ऐसी दुनिया में ले जाते हैं, जो न सिर्फ रोमांचकारी है बल्कि बेहद आश्चर्यजनक भी है। वे यह पता लगाते हैं कि कुछ लोगों और कंपनियों को सालों की कोशिशों के बाद भी बदलाव के लिए संघर्ष क्यों करना पड़ता है, जबकि अन्य लोग बड़ी आसानी से रातोंरात बदलाव लाने में सफल हो जाते हैं। चार्ल्स उन प्रयोगशालाओं में भी जाते हैं, जहाँ न्यूरोसाइंटिस्ट इस बात का पता लगाते हैं कि आदतें कैसे काम करती हैं और उनका जन्म हमारे मस्तिष्क के किस हिस्से में होता है। चार्ल्स हमारे सामने यह राज़ भी उजागर करते हैं कि ओलंपिक तैराक माइकल फेल्प्स, स्टारबक्स के सीईओ हॉवर्ड शुल्ज और नागरिक अधिकारों के प्रणेता मार्टिन लूथर किंग जूनियर जैसी शख्सियतों की सफलता में उनकी आदतों की कितनी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। इससे एक सम्मोहक, तार्किक परिणाम सामने आता है : नियमित व्यायाम करना, वजन घटाना, अपने बच्चों को सर्वश्रेष्ठ परवरिश देना, अधिक उत्पादक बनना और यहाँ तक कि क्रांतिकारी सफलता हासिल करनेवाली कंपनियाँ खड़ी करना, हमारी इस समझ पर निर्भर करता है कि आदतें कैसे काम करती हैं। इस नए विज्ञान में निपुण बनकर हम अपने व्यापार, अपने समुदाय और अपने जीवन को रूपांतरित कर सकते हैं। About Author चार्ल्स डुहिग – ‘पुलित्ज़र’ पुरस्कार विजेता चार्ल्स डुहिग एक अमेरिकी पत्रकार और नॉन-फिक्शन लेखक हैं। वे द न्यूयॉर्क टाइम्स में रिपोर्टर के तौर पर काम कर चुके हैं और आदतों व उत्पादकता जैसे विषयों पर दो किताबें भी लिख चुके हैं। वे किताबें हैं – ‘द पावर ऑफ हॅबिट : व्हाई वी डू व्हाट वी डू इन लाइफ एंड बिजनेस’ और ‘स्मार्टर फास्टर बेटर’।
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